ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय सुपरस्टार बल्लेबाजों का संघर्ष जारी है। मेलबर्न में साधारण प्रदर्शन के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या रोहित शर्मा और विराट कोहली जल्द ही अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहने वाले हैं। क्या वे सिडनी में बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट तक खुद को एक और मौका देंगे, या इससे पहले ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं?
मेलबर्न में संघर्ष और सवाल
चौथे दिन की शुरुआत में रोहित शर्मा का खेल थोड़ा बेहतर दिखा। चौथे ओवर की चौथी गेंद पर उनका बायां पैर हल्का आगे बढ़ा और उन्होंने पैट कमिंस की गेंद को आसानी से रोका। पांचवें ओवर में उन्होंने मिड-ऑफ की ओर हल्के हाथ से खेलकर अपना खाता खोला। पिच पर ज्यादा हरकत न होने के कारण उन्हें हाथों से ज्यादा एडजस्टमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ी, जिससे वे लाइन के साथ खेलते नजर आए।
रोहित ने पैट कमिंस का शुरुआती स्पेल अच्छे से खेला। स्कॉट बोलैंड की बैक-ऑफ-लेंथ गेंदों ने उन्हें थोड़ा परेशान किया, लेकिन रोहित ने अपना बैलेंस बनाए रखा। मिचेल स्टार्क की एक गेंद को उन्होंने ड्राइव करने का प्रयास किया, लेकिन गेंद बैकवर्ड पॉइंट की ओर निकल गई और उन्हें तीन रन मिले।
युवाओं को दिया साथ
बल्लेबाजी के दौरान रोहित ने अपने जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल का भी साथ दिया। जब भी उन्होंने जायसवाल में कोई मानसिक चूक देखी, तो धीरे-धीरे उनके पास जाकर कुछ शब्दों में मार्गदर्शन दिया। नॉन-स्ट्राइकर छोर पर वे अपनी बैट पर टिके, पैरों को क्रॉस किए, खड़े नजर आए।
सन्यास का सवाल
मेलबर्न टेस्ट के नतीजे और प्रदर्शन ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है—क्या विराट कोहली और रोहित शर्मा अब अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं? 50 दिन बाद होने वाले वनडे चैंपियंस ट्रॉफी के बाद क्या वे टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहेंगे? या सिडनी टेस्ट के बाद ही कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं?
भारतीय क्रिकेट के इन दो दिग्गजों के भविष्य को लेकर अटकलें तेज हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आने वाले दिनों में क्या फैसला लेते हैं।