रांची: झारखंड की राजधानी रांची के कांके इलाके में बिरयानी ऑर्डर को लेकर हुआ विवाद अब एक बड़े आपराधिक नेटवर्क का रूप लेता दिख रहा है। शेफ चौपाटी रेस्टोरेंट के संचालक विजय कुमार नाग की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन चार में से एक आरोपी हरेंद्र सिंह, झारखंड पुलिस का निलंबित सिपाही, हथियार सप्लायर निकला है।
घटना शनिवार देर रात कांके-पिठोरिया रोड पर हुई थी। हत्या के बाद अपराधी फरार हो गए थे। रांची पुलिस की एसआईटी टीम ने लगातार छापेमारी करते हुए मुख्य आरोपी अभिषेक सिंह को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, अभिषेक ने गिरफ्तारी से पहले पुलिस पर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में उसके दोनों पैर में गोली लगी। मौके से एक पिस्टल और कार बरामद की गई।
जांच के दौरान पुलिस ने अभिषेक के साथी प्रशांत कुमार सिंह को भी पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि बिरयानी ऑर्डर को लेकर रेस्टोरेंट संचालक विजय नाग से बहस हुई थी, जिसके बाद गुस्से में उसने गोली चला दी।
आगे की कार्रवाई में पुलिस ने दो और आरोपियों को पकड़ा, जिनमें हरेंद्र सिंह और अमित ठाकुर शामिल हैं। जांच में पता चला कि हरेंद्र न सिर्फ हथियार सप्लाई करता था, बल्कि जमीन कब्जा और अवैध सौदों में भी सक्रिय था। पुलिस ने उसके पास से राइफल, पिस्टल, देशी कट्टा, गोलियां, ₹2 लाख नकद और एक इनोवा कार जब्त की है।
एसपी प्रवीन पुष्कर ने बताया कि पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या यह हत्या सिर्फ बिरयानी विवाद की वजह से हुई या इसके पीछे कोई बड़ा आपराधिक षड्यंत्र छिपा है।
रांची पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है ताकि इस हत्याकांड से जुड़े सभी पहलुओं का खुलासा किया जा सके।