विश्व हिन्दी दिवस: सार्वजनिक जागरूकता और समर्थन का आयोजन
18 जनवरी, 2024
आज पूरी दुनिया में हिन्दी भाषा के महत्व को बढ़ावा देने और समर्थन का एक विशेष दिन मनाया जा रहा है – ‘विश्व हिन्दी दिवस’। इस अवसर पर, विभिन्न क्षेत्रों में कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं जो हिन्दी भाषा को समर्थन और सम्मान का मंच प्रदान कर रहे हैं।
‘विश्व हिन्दी दिवस’ की शुरुआत 2006 में हुई थी और तब से हर वर्ष इसे मनाकर हिन्दी भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है। यह दिन सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है।
इस वर्ष के विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर, विभिन्न शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेमिनार, और कवि सम्मेलनों का आयोजन किया जा रहा है। यहां कुछ आदर्श हैं जिन्होंने इस महत्वपूर्ण दिन को और भी विशेष बनाया है:

- हिन्दी साहित्य के प्रमोटर्स: कवि सम्मेलन और साहित्यिक कार्यक्रमों में भारतीय और विदेशी साहित्यिकों को एक साथ आने का अवसर मिल रहा है। इससे हिन्दी साहित्य को बढ़ावा मिल रहा है और यह नए पुस्तकों की राह में प्रेरित कर रहा है।
- हिन्दी के प्रचार-प्रसार में सक्रिय: विश्व भर में हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स और सोशल मीडिया पर कई प्रोजेक्ट्स और हैशटैग्स की शुरुआत की जा रही है। इससे लोगों के बीच हिन्दी में संवाद में वृद्धि हो रही है।
- शिक्षा में हिन्दी का स्थान: विदेशों में भारतीय स्कूलों और कॉलेजों में हिन्दी की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष पाठ्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इससे विदेशी छात्रों को भारतीय भाषा और साहित्य के प्रति अधिक रुचि हो रही है।
- हिन्दी में नई तकनीक: विज्ञान और तकनीक में हिन्दी का उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नए परियोजनाओं और औद्योगिक अनुसंधानों का समर्थन किया जा रहा है। इससे हिन्दी भाषा को आधुनिक तकनीकी विकास के साथ मिला जुला आदर्श मिल रहा है।
इस विशेष दिन के माध्यम से, हम सभी को हिन्दी भाषा के महत्व को समझने और समर्थन करने के लिए प्रेरित करते हैं। विश्व हिन्दी दिवस ने हमें एक-दूसरे के साथ मिलकर हिन्दी को एक और उच्च स्थान पर पहुंचाने के लिए एक सामूहिक संकल्प करने का अवसर प्रदान किया है।