भाजपा का लक्ष्य और रणनीति

झारखंड में भाजपा की सरकार बनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। भाजपा ने अगले विधानसभा चुनाव में 50 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है और इसे लागू करने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनकी योजना है कि हेमंत सोरेन के करीबी लोगों को तोड़कर उनकी सत्ता को चुनौती दी जाए।

चंपाई सोरेन की भूमिका

भाजपा की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कोल्हान क्षेत्र की 14 विधानसभा सीटों पर फोकस करना है। इस क्षेत्र में आदिवासी नेता चंपाई सोरेन की अहम भूमिका रही है। भाजपा का मानना है कि हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के बाद चंपाई सोरेन को कमजोर किया जा सकता है। अब चंपाई सोरेन भाजपा में शामिल हो चुके हैं और उन्हें भाजपा की रणनीति में एक प्रमुख भूमिका दी गई है।

लोबिन हेम्ब्रम का भाजपा में शामिल होना

हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद, जेएमएम के विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने हेमंत सोरेन की नीतियों की आलोचना की थी। इस पर भाजपा ने उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश की और सफल भी रही। अब लोबिन हेम्ब्रम भाजपा के साथ चुनाव लड़ेंगे, जिससे भाजपा को साहिबगंज और राजमहल क्षेत्र में संभावित फायदा हो सकता है।

आजसू और भाजपा का गठबंधन

भाजपा और आजसू ने 2019 की गलतियों से सीखते हुए फिर से गठबंधन का फैसला किया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और आजसू ने मिलकर अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन 2019 में दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा और नुकसान उठाया। अब एक बार फिर से गठबंधन होने से भाजपा को कुड़मी वोटों का फायदा हो सकता है, जिनकी संख्या आजसू के साथ बढ़ सकती है।

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भाजपा की योजना की चुनौतियाँ

हालांकि, भाजपा की ‘मिशन 50’ योजना की सफलता कई सवालों पर निर्भर करेगी। चंपाई सोरेन को जेएमएम के बिना अपनी ताकत साबित करनी होगी और देखना होगा कि आदिवासी वोट बैंक उनके साथ कितना रहेगा। सुदेश महतो और आजसू के गठबंधन के बावजूद, उनके घर में ही चुनौती है और यह देखना होगा कि आजसू 2014 जैसा प्रदर्शन दोहरा पाता है या नहीं। लोबिन हेम्ब्रम की स्थिति भी अभी स्पष्ट नहीं है, और यह भी देखना होगा कि भाजपा के साथ उनकी सफलता कितनी मिलती है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, भाजपा की ‘मिशन 50’ योजना की सफलता कई कारकों पर निर्भर करेगी और यह आगामी विधानसभा चुनाव में ही स्पष्ट होगा कि भाजपा अपने लक्ष्यों को पूरा कर पाती है या नहीं।

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