झारखंड में सर्दी ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। राज्य के कई हिस्सों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड और कनकनी का असर बढ़ गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (26 जनवरी) से राज्य के अधिकतर जिलों में न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट देखी गई। इसका असर सीधे लोगों की दिनचर्या और स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
तापमान में गिरावट ने बढ़ाई ठिठुरन
झारखंड के प्रमुख शहरों जैसे रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, डाल्टेनगंज और बोकारो में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 3.4 से 4.1 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई है, जिससे लोगों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है।
- जमशेदपुर में न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस कम हुआ।
- चाईबासा में पारा 3.4 डिग्री सेल्सियस गिरा।
- डाल्टेनगंज में तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
- बोकारो में मामूली गिरावट हुई, जहां पारा 0.1 डिग्री सेल्सियस कम हुआ।
हालांकि, रांची में न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़त देखी गई, जहां यह 0.2 डिग्री सेल्सियस बढ़ा।
गुमला बना झारखंड का सबसे ठंडा इलाका
झारखंड के गुमला जिले ने ठंड के मामले में सभी जिलों को पीछे छोड़ दिया। यहां न्यूनतम तापमान गिरकर 4.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
- रांची में न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो नामकुम मौसम केंद्र पर रिकॉर्ड किया गया।
- रांची के हिनू मौसम केंद्र पर न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा।
- रांची का अधिकतम तापमान हिनू क्षेत्र में 24 डिग्री सेल्सियस, जबकि नामकुम में 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सरायकेला में सबसे अधिक तापमान
जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में सर्दी का असर तेज हो रहा है, सरायकेला ने सबसे अधिक तापमान दर्ज किया। यहां अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जो पूरे राज्य में सबसे ज्यादा रहा।
आईएमडी का पूर्वानुमान: ठंड का दौर रहेगा जारी
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में ठंड का असर और तेज हो सकता है। रात और सुबह के समय तापमान में और गिरावट की संभावना है। ठंडी हवाओं के साथ न्यूनतम तापमान में कमी आने से लोगों को ज्यादा सर्दी महसूस हो सकती है।
- विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कनकनी वाले मौसम की संभावना जताई है।
- ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में तापमान और गिरने की उम्मीद है।
सर्दी से बचने के लिए सुझाव
मौसम विभाग ने लोगों को इस सर्दी में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
- गर्म कपड़े पहनें: सुबह और रात के समय बाहर निकलते समय सिर, कान और हाथों को अच्छी तरह से ढकें।
- गर्म पेय का सेवन करें: ठंड के प्रभाव को कम करने के लिए चाय, सूप और अन्य गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
- बुजुर्ग और बच्चों का विशेष ध्यान रखें: ठंड का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है, इसलिए उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- रात में सावधानी: ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव का इस्तेमाल करें और अधिक देर तक बाहर न रुकें।
पिछले सालों के आंकड़े
झारखंड में ठंड के ऐसे मौसम पहले भी देखे गए हैं, लेकिन इस बार न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
- कोविड महामारी के समय, 2019-2020 में ठंड का असर कम था, लेकिन अब यह तेजी से बढ़ रहा है।
- झारखंड के ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर ज्यादा महसूस किया जा रहा है।
समाज के लिए संदेश
ठंड के इस मौसम में सभी को एक-दूसरे की मदद करने की आवश्यकता है। बेसहारा और गरीब लोगों को गर्म कपड़ों और कंबल की जरूरत हो सकती है। समाज को इस ओर ध्यान देकर उनकी मदद करनी चाहिए।
झारखंड में बढ़ती ठंड ने एक बार फिर लोगों को अलर्ट कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, सर्दी का यह दौर कुछ और दिनों तक जारी रहेगा। ऐसे में जरूरी है कि ठंड से बचाव के सभी उपाय अपनाए जाएं।